The slogan “The bird is freed” and Nayakism of Twitter new owner, unjustly designated by many as ‘free speech absolutist’, are the biggest jokes of the century as the bird is not going to be freed in any case.
अलीगढ़ में कुछ ऐसे ही घटनाओं के बारे में पता चला जो दिल्ली और कैराना जैसी ही थी। इनके अलावा न जाने कितनी जगहों पर यह काम चल रहा होगा यह भी सोचनीय विषय है क्योंकि ये घटनाएं भी मीडिया और सोशल मीडिया पर सालों बाद आईं। ऐसे में एक फ़िल्म बनाकर इसपर प्रकाश डालते हुए इस विषय मे हिंदुओ को सतर्क करना चाहिए क्योंकि जो कश्मीर में हुआ वो हो सकता है नहीं - होना शुरू हो चुका है।
हिंदुओं का नरसंहार तो इस्लामिक आतंकवादियों ने धार्मिकता के आधार पर किया है इस बात को लिबरल मानने को तैयार ही नहीं है। ये वही कह रहे हैं जिनसे कि कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार को जस्टिफाई किया जा सके।
इधर एक कुतर्क बहुधा दिया जाता है- सिर्फ़ हिन्दू ही नहीं, मुसलमान भी मारे गए थे। इस दलील में बेईमानी और धूर्तता की बू आती है। वो इसलिए क्योंकि इस तरह की दलील देने वाले की नीयत को परखिए। वो आख़िर तपाक से यही क्यों कह रहे हैैं?
PM Modi’s rise in Indian politics was the counter narrative that challenged the status quo. When he speaks in Hindi in UN, he is making a statement that we are moving away from being in the race of best imitators.
Someone forwarded me few videos of the journalist Pushpendra Kulshreshtra a few days back.
https://www.youtube.com/watch?v=N8QwRvv6Ri8&t=216s
Being a newbie right winger and someone who is still trying...