Tuesday, April 16, 2024

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Swami Vivekanand

Swami Vivekanand and Indian Womanhood

”No man should scold his wife and he must always maintain her as if she were his own mother. And even when he is in the greatest difficulties and troubles, he must not show anger to his wife“.

स्वामी जी के विचारों के संदर्भ में तथाकथित बुद्धिजीवियों से चंद सवाल

यह कहना अनुचित नहीं होगा कि जहाँ आदि शंकराचार्य ने संपूर्ण भारतवर्ष को सांस्कृतिक एकता के मज़बूत सूत्र में पिरोया, वहीं स्वामी विवेकानंद ने...

स्वामी विवेकानंद जयंती: एक युवा, जिसने साधु बनकर दुनिया को असली भारत की पहचान बताई

12 जनवरी का दिन देश भर में युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिन स्वामी विवेकानंद जी को समर्पित हैं. आइए जानते हैं एक आम युवा व्यक्ति के स्वामी विवेकानंद बनने तक के सफर को.

भारत की महान बेटी भगिनी निवेदिता का भारत से जुड़ाव – जन्म जयंती विशेष

सिस्टर निवेदिता का असली नाम मार्गरेट एलिजाबेथ नोबुल था। स्वामी विवेकानन्द की शिष्या भगिनी निवेदिता का जन्म 28 अक्टूबर, 1867 को आयरलैंड में हुआ था। वे एक अंग्रेज-आइरिश सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक एवं एक महान शिक्षिका थीं। भारत के प्रति अपार श्रद्धा और प्रेम के चलते वे आज भी प्रत्येक भारतवासी के लिए देशभक्ति की महान प्रेरणा का स्रोत है।

गमला कट्टरवाद का!

यदि किसी अवधारणा में ज़्यादा अतिवादिता हैं तो क्या वोह उस धारणना की विफ़लता नहीं है? कम से कम संचार की विफ़लता तो मान ही सकते है।

Even in Gujarat, Hinduism gets a raw deal in school textbooks

Hinduism remains very much untouched or not articulated properly in Gujarat state textbooks.

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