Sunday, October 6, 2024

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Rajput Kings

हिंदुओ के खोए हुए इतिहास को आने वाली पीढ़ी को पढ़ाने और बताने की जरूरत

ऐसे हिन्दू योद्धाओं का संदर्भ हमें हमारे इतिहास में तत्कालीन नेहरू-गाँधी सरकार के शासन काल में कभी नहीं पढ़ाया गया। पढ़ाया ये गया, कि अकबर महान बादशाह था। फिर हुमायूँ, बाबर, औरङ्गजेब, ताजमहल, कुतुब मीनार, चारमीनार आदि के बारे में ही पढ़ाया गया।

The great warrior Maharana Partap

Maharana Partap was extremely talented from his childhood and he was so full of self-respect that people with the foresightedness saw a great warrior in him.

The Hindus must stop inventing fiction, and celebrate real heroes

If it is about celebrating women heroines, then there were plenty actual women warriors like Rani Jhansi, Naikidevi Chandel, Jhalkara bai, Rani Karnavati Panwar Garhwali. Therefore why invent fictional figures, when we have real ones?

Jagdish Temple, Mewar

When Aurangzeb invaded Mewar, he sent Ruhillah Khan and Ekka Taz Khan to demolish the famous Jagdish temple which was built in front of the Maharana's palace.

पराजय नहीं, गौरवपूर्ण इतिहास है हमारा…

महाराणा का जीवन वर्तमान का निकष है, उनका व्यक्तित्व स्वयं के मूल्यांकन-विश्लेषण का दर्पण है। क्या हम अपने गौरव, अपनी धरोहर, अपने अतीत को सहेज-सँभालकर रख पाए? क्या हम अपने महापुरुषों, उनके द्वारा स्थापित मानबिन्दुओं, जीवन-मूल्यों की रक्षा कर सके?

Perseverance of Mewar

All of the Persia, England, Arabia felt honoured in sending costly embassies to Mughal Court, but Pratap sent word of defiance.

वीरता व शौर्य के प्रतीक महाराजा सूरजमल: जिन्होंने 80 युद्ध लड़े, लेकिन कोई राजा नहीं हरा पाया

भारतीय राज्य व्यवस्था में सूरजमल का योगदान सैद्धांतिक या बौद्धिक नहीं अपितु रचनात्मक तथा व्यावहारिक था। मुसलमानों, मराठों, राजपूतों से गठबंधन का शिकार हुए बिना ही उसने अपने युग पर एक जादू सा फेर दिया था।

अपने सामर्थ्य को पहचानो

सनातन की सभ्यता, कला, ज्ञान,सामर्थ्य आदि के कारण भारत विश्व गुरु था किन्तु हिन्दुओ के अहंकार, जातिवाद, लालच एंव कायरता के चलते ना केवल हजार साल ग़ुलाम रहा अपितु पुनः अब विनाश की और अग्रसर हो रहा है।

Birth aniversary of fearless Rajput King

Maharana Pratap Jayanti is observed on May 9 every year to celebrate the birth of the 13th Rajput king of Mewar - Pratap Singh I.

How Maharana Pratap defeated Mughals: The untold History

This glorious tale of resilience, patriotism and victory is not told in our school text books, our public discourse has no place for Rajput victories.

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