16 अप्रैल को ही भारत में इस प्रकल्प की शुरुआत हुई थी। रेल तबसे आज तक देश की धड़कन बन चुकी है। जो जिम्मेदारी मानव शरीर में खून की है, वही जिम्मेदारी देश के विकास में रेल निभाती है।
भारत को एक करने का जो महान कार्य सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया था वैसा ही महान कार्य भारतीय रेल भी कर रही है। ये केवल दो शहरों को नहीं जोड़ती अपितु तीर्थों, त्योहारों, खान-पान की आदतों, पहनावे के ढंग और भाषाई विविधताओं को जोड़ती हैं।
Middle class is like the Shravan Kumar of Indian economy who holds the burden of both rich and poor, and Modi govt has acknowledge it by giving them maximum rewards.