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open letter
अरविन्द केजरीवाल के नाम खुला खत
अब ये तो जरूर है कि आप का बचा कार्यकाल तो हमें झेलना पड़ेगा पर हाँ, "काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती" ।
प्रोपगैंडा की आज़ादी
आज का दर्शक-पाठक जागरूक हो गया है रवीश जी। आप जिस रंग के चश्मे को लगा कर समाचार लिखते-दिखाते हैं, जरूरी नहीं कि वो उसी रंग के चश्मे से उसे पढ़े-देखे। वो अब पढ़ता-सुनता-देखता है और फिर सोचता है कि आपके बताये-दिखाये खबर में कितना सच है और कितना वैचारिक पक्षपात।
Navodaya Vidyalaya Samiti Employees Demands Grant Pension Under CCS Pension Rules 1972
Open letter from an employee of Navodaya Vidyalaya Samiti
रवीश कुमार के लिए एक फ़ैन का खुला पत्र
मैं वैसे तो टीवी नहीं देखा परंतु पिछले दस दिन में आपका तीन कार्यक्रम देख लिया है। हर कार्यक्रम में एक बात जो सामान्य थी वो यह थी कि यदि सोशल मीडिया ना होता तो शायद आज भारत सोने की चिड़िया होता।
Decoding Barkha Dutt’s open letter to Prime minister
This open letter from Barkha Dutt to the Prime Minister decodes the hidden message. The words Barkha may not have used.
A Letter To Barkha Dutt From a Nationalist Rahul Sharma
Barkha ji, India indeed belongs to its young. The tricolor is in their hands. And so is our future. We must ensure it’s not torn apart
रवीश कुमार के नाम एक खुला पत्र – टीवी परदे पर पड़ा काला परदा दरअसल आपके ज़मीर पर पड़ा था
आपने देशद्रोह जैसे जघन्य अपराध को गरीबी, मासूम छात्र और अल्पसंख्यक जैसे मामलों में उलझा दिया. ये अन्याय था.