प्रधानमंत्री कार्यालय ने माय-गव की पोस्ट को टैग करते हुये ट्वीट किया हैः "लाल किले की प्राचीरों से आपके विचार और सुझाव गुंजायमान होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 अगस्त के व्याख्यान में शामिल करने के लिये आपके क्या विचार और सुझाव हैं? अपने विचारों-सुझावों को @mygovindia पर साझा करें।"
यदि विपक्ष के आरोपों और मोदी जी के उत्तरों को सरलतम शब्दों में समझा कर निष्कर्ष निकालने की कोशिश करें तो हमनें भी कुछ सवाल पाए, क्या सरकारों से सवाल करने का ह्क मीडिया को ही होना चाहिए?