हम बहुसंख्यक समाज के साथ वर्ष १९४७ में धोखा किया गया, क्योंकि हम सनातन धर्मीयो को तो केवल एक देश मिला पर इन मुसलिम मजहब के लोगों ने ना केवल पाकिस्तान ले लिया बल्कि भारी मात्रा में ये हिंदुस्तान में ही रह गए और इस प्रकार बड़ी धूर्तता से उस समय के कुछ धोखेबाज अंग्रेजो के गुलामो के कारण ये पूरी तरह जम गए।