"नारी अस्य समाजस्य कुशलवास्तुकारा अस्ति।" अर्थात नारियां समाज की आदर्श शिल्पकार होती हैं और यही सोच, समझ और विश्वास तो मनुस्मृति मनुष्य समाज में उत्पन्न करती है, फिर आप लोग इसे अपमानित क्यों करते हैं।
the controversy has admittedly put the focus on what these 26 verses actually say and sparked off another age-old debate. The debate between the Quran and other holy books like the Manusmriti.
स्त्रियों को उचित प्रशिक्षण तथा सही मार्गदर्शन मिलना चाहिए ताकि वे अपना बचाव स्वयं कर सकें और गलत रास्ते पर भी न जाएं. स्त्रियों को चारदिवारी में कैद रखना महर्षि मनु के पूर्णत: विपरीत है.
जन्म आधारित जातिव्यवस्था महर्षि मनु द्वारा प्रतिपादित समाजव्यवस्था का कहीं से भी हिस्सा नहीं है. जो जन्मना ब्राह्मण अपने लिए दण्डव्यवस्था में छूट या विशेष सहूलियत चाहते हैं – वे मनु, वेद और सम्पूर्ण मानवता के घोर विरोधी हैं और महर्षि मनु के अनुसार, ऐसे समाज कंटक अत्यंत कड़े दण्ड के लायक हैं