यह कौनसा तरीका हैं चुप चाप बैठ के रघुपति राघव गा रहे हो विरोध प्रदर्शन के लिए इतना भी नहीं पता प्रदर्शन कैसे किया जाता हैं अरे सीखो कुछ जामिया वालो से।
सोची समझी रणनीति के तहत मोदी विरोधियों को उद्बोधन के लिए बुलाया गया था। नए छात्रों को पत्रकारिता की चुनौतियों से निपटने की बजाए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को चुनौती के रूप में पेश किया गया। पूरे सत्र के दौरान मोदी को खलनायक के रूप में पेश किया गया।
माखनलाल पत्रकारिता विवि में अब नौकरी के लिए नए मानक तय किए गए हैं। विवि ने उन लोगों को नौकरी दी जा रही है जिन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गरियाने में महारथ हासिल है, जिन्होंने मोदी को गरियाने में पीएचडी की हो।