हमारे वामपंथी मित्र ने छूटते हि कहना शुरु किया कि "देखो भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी मार्क्स और लेनिन को पढ़कर नास्तिक हो गये थे और वो कम्युनिस्ट बन गये थे। यदी तुम्हारे सनातन धर्म में जान होती तो भगत सिंह जैसा देशभक्त कम्युनिस्ट नही बनता।
"नारी अस्य समाजस्य कुशलवास्तुकारा अस्ति।" अर्थात नारियां समाज की आदर्श शिल्पकार होती हैं और यही सोच, समझ और विश्वास तो मनुस्मृति मनुष्य समाज में उत्पन्न करती है, फिर आप लोग इसे अपमानित क्यों करते हैं।
A Class 12 student's review of the new education policy: A fresh relief from the out-dated education policy we previously had. It has more emphasis on skill learning and understanding, and lesser focus on rote learning.
The left in India today has only two issues of importance to deal with 1) Secularism & 2) Intolerance and have completely failed as proven by the recently concluded general elections.