शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ़ सिद्धू मूसेवाला की हत्या कानून व्यवस्था की हालत तो बता ही रही हैं, उससे भी बड़ा सवाल राज्य सरकार के उस फ़ैसले पर भी खड़ा हो गया हैं जिसमें सरकार ने अचानक से चार सौ ज्यादा महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा वापस ले ली.
2022 के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के विरोध में बने माहौल को लपकने के लिए कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी, दिल्ली ही नहीं, छत्तीसगढ़ और पंजाब से भी नेता लखीमपुर खीरी के लिए निकल पड़े।