पिछले छह वर्षों में मोदी सरकार द्वारा विभिन्न देशों से खरीदे गए और स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित हथियारों और गोला-बारूद की एक बड़ी सूची है। इसलिए सशस्त्र बलों पर खर्च पहले की सरकार के खर्च की तुलना में बहुत अधिक है।
2014 से भारत की मोदी सरकार ने अपने सैन्य और विदेश मामलों में बहुत कुछ बदलाव किये जैसे की जो देश अंतरराष्ट्रीय मामलो में भारत का साथ देते थे उनको फिर से पास लाना और जो देश भारत के खिलाफ काम करते थे उनको अलग थलग कर देना।
Out of the four key instruments of national power -DIME (Diplomacy, Information, Military, Economy), Diplomacy and Economy power have become more dominating than others.