#कश्मीर_पर_क्यों_मौन_हैं_तथाकथित_हितैषी
एक भी वामपंथियों और एक समुदाय विशेष की तरफ से कश्मीर पर फैसले को लेकर खुशी जाहिर करने का पोस्ट सोशल मीडिया पर दिखाई नहीं दे रहा है। एकाद ने किया है तो रोते हुए! बस इससे बड़ा इनका देश विरोधी होने का सुबूत हो नहीं सकता।
जब जब आप इनकी गतिविधियों पर नजर डालेंगे, तो कहीं न कहीं उनमें देश का विरोध करने वाली, देश को बांटने वाली, हिन्दू मुसलमान करने वाली, दलित सवर्ण करने वाली बातें मिलेंगी। इनका सिर्फ एक ही एजेंडा रहता है। जहां भी जाते हैं हर इंटिट्यूशन में इनका टारगेट बेवजह की क्रांति करना होता है, चाहे इसके लिए किसी को बाप बनाना पड़े या अपने बाप को गाली देनी पड़े।
2014 के बाद आजतक यही पूछते आ रहे थे कि मोदी जी तीन तलाक कब हटा रहे हो? मोदी जी 370 कब हटा रहे हो? अब जब दोनों काम हो गए तो टॉयलेट में मुंह डाल के फ्लश चला लिया है।
हम सोचते हैं कि इन्हें सिर्फ भाजपा या मोदी से दिक्कत है मगर हकीकत पर नजर डालोगे तो इन्हें इस देश की सरकार, यहां का संविधान, यहां की पुलिस, यहां की सेना, यहां के अधिकारी, यहां के नेता, राष्ट्रगान बोलने से, भारत माता की जय बोलने से, जय श्रीराम बोलने से, हिन्दू धर्म के धार्मिक अनुष्ठानों से, धार्मिक मान्यताओं से, हर किसी से समस्या है।
आज नाग पंचमी है, आज के दिन नागों की पूजा की जाती है। मगर आज के दिन भारत सरकार ने देश विरोधी नागों का फन कुचल कर देश हित में एक बड़ा फैसला लिया है। ऐसे नागों का समय समय पर फन कुचला जाना जरूरी है वरना भारत की एकता और अखंडता में हेमशा पलीता लगाने की कोशिश करने वाले नाग जहरीले होते चले जाएंगे!!