मामला अब मात्र प्रशांत भूषण के माफी मांगने तक सीमित नहीं रह गया है। यह एक बहाना है। उनका असली मकसद देश की संवैधानिक संस्थाओं के प्रति आम लोगों में अविश्वास की भावना विकसित करने के लिए एक नरैटिव तैयार करना है, जिससे लोगों के भीतर अपनी ही सरकार और संस्थाओं के प्रति भरोसा कम होता जाए।
You are free to criticize Baba Ramdev and Patanjali, but the demeaning comments that are directed towards the Scientists and the Scientific capability of this Nation proves why, we as a Nation haven't achieved great feats in modern times.