हालांकि अखलाख खान का मामला हो या कन्हैयालाल दर्जी का मामला, कावड़ियों की यात्रा हो या ईद उल फितर का जलसा, नवरात्रि महोत्सव हो या ईद का महोत्सव, राजस्थान कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने हमेशा धर्म विरोधी कट्टरता फैलाने का भरपूर प्रयास किया है।
पायलट काफी लम्बे समय से कांग्रेस से जुड़े हुए थे और राजस्थान के युवाओ का उनको समर्थन भी बहुत अधिक है जिसके कारण यह गेहलोत के लिए आने वाले समय में एक बहुत बड़ी चुनौती बन सकते है।