TOPIC
JNU Debate
ABVP के 75 साल: छात्र आंदोलन और राष्ट्रीय सशक्तिकरण की एक प्रतिष्ठित विरासत
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) ने आपातकाल के दौरान एक महत्त्वपूर्ण संघर्ष किया। आपातकाल भारतीय इतिहास की एक अंधेरी घटना थी, जिसके दौरान न्यायप्रियता, मुक्त विचार और लोकतंत्र की प्रणाली को धीरे-धीरे नष्ट किया गया।
Leftists devious art of stereotying and stigmatization
satya -
The wily leftist cabal seeks to surreptitiously substitute the truth of sedition and spin it into the loaded political narrative of "Secular liberal Vs Communal intolerant" debate. They love 'certain' debates.
बाबा साहब अम्बेडकर की दृष्टी में मनुवाद (भाग 3)
डा. अम्बेडकर ने हिन्दू धर्म पर सारा विचार वर्ण व्यवस्था को धर्म का केन्द्र बिन्दु मान कर रखा।
बाबा साहब अम्बेडकर की दृष्टी में मनुवाद (भाग 2)
बाबा साहब के अनुसार गाँधी अपनी अछूतों के मसीहां की इमेज को स्वराज के चैम्पियन की छवि से अधिक महत्वपूर्ण मानते हैं।
बाबा साहब अम्बेडकर की दृष्टी में मनुवाद (भाग 1)
बाबा साहब के अनुसार हिन्दू सामजिक व्यवस्था वर्णों और व्यक्तियों के बीच की असमानता पर आधारित है।
कन्हैय्या और जश्न-ए-जिहादी
कन्हैया छाती ठोक कर आतंकवादी जिहाद को समर्थन दे रहा है। हम अपना भविष्य और अपने आने वाली पीढ़ी का भविष्य बचा पाएँगे या नहीं? ये एक बड़ा प्रश्न है।
कन्हैय्या बन है रहा काला पहाड़
जिहादी आंदोलन के प्रवक्ता तथा मुख्य मॉडल कन्हैय्या दलितों को भारत तथा नागरिकों से लड़ाने पर तुले हैं।