जेपी के पीछे साये की तरह खड़े रहने वाले नानाजी देशमुख संघ प्रचारक थे और जेपी के समाजवादी विचारों के इतर उनकी विचारधारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हिंदुत्व और राष्ट्रवाद पर आधारित थी।
भारतीय राजनीति का पांचवा चरण है जातिवाद बनाम जातिवाद| इस चरण के कई सूरमा है मायावती, मुलायम, उठावले| लेकिन इस चरण के बाहुबली बनकर उभरे है नरेंद्र मोदी|