We aren't divisive, but believe in Vasudaiva Kutumbakam and are tolerant enough to live and let live with us the invaders, colonisers and the archaical system.
से तो संघ और विहिप के द्वारा ये मुद्दा अनेक वर्षों से उठाया जा रहा है लेकिन अभी हाल ही के दिनों में ये देश का एक चर्चित मुद्दा बन गया, जब मध्यप्रदेश ने इस पर कानून बनाकर इसे लागू कर दिया तथा सभी भाजपा शासित राज्य इस पर कानून बनाने की प्रक्रिया में है।
यह महज एक हिंदू-मुस्लिम दंगा नहीं अपितु नियोजित सोद्देश्य हिंसा थी उन लोगो ने देखते ही देखते मोपला के 20 हजार से भी ज्यादा हिन्दूओ को काट दिया। जिसमें अनगिनत हिंदू जख्मी हुए और हजारो का धर्म-परिवर्तन हुआ।
हाल के ही दिनों में दो प्रमुख घटनाएँ सामने आयीं है जिसे देख के लगता है की भारत में जातिवादी भावना भरी गई है ताकि हिन्दुओं में टकराव बना रहे और कुछ तथाकथिक धर्मनिरपेक्ष राजनितिक दल अपना प्रभाव और प्रभुत्व भारत में बना के रख सकें।
By All India Anti-conversion law, the sugar coating of the Christian missionaries and love jihad by Mullahs on poor and misguided Hindus won’t be possible and this will help maintain original demography and will diminish the religious- disharmony in the country.