विरोध कीजिए, असहमति जताइए लोगो के बीच जाइए अपना पक्ष रखिए और आने वाले चुनाव में अपने समर्थन में मत मांगिए, लोकतंत्र में यही एकमात्र न्यायिक व उचित शासन परिवर्तन की व्यवस्था है, इसके विपरीत कोई भी और विकल्प केवल प्रपंच है।
"वेव-ऑफ" और "राइट-ऑफ" के बीच के अंतर से पूरी तरह अवगत हैं। वे जानबूझकर लोगों से छिपाते हैं कि बैंकों की "गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों" (एनपीए) को पुनः प्राप्त करने के लिए अमीरों की कितनी संपत्ति जब्त की गई है।
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में किसानों को हमारे निर्यात से कोई सरोकार नहीं है, और वे अपने स्वयं के लाभ को देखते हैं, क्योंकि एमएसपी प्रणाली उन्हें अत्यधिक लाभ देती है, और उन्हें दुनिया की तुलना में प्रति किलोग्राम बेहतर कीमत मिल रही है।
2014 के पश्चात देश के भाग्य का नया सूर्योदय हुआ और एक जिम्मेदार, ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ सरकार ने देश की बागडोर सम्हाली, तब देश के अन्नदाताओं की स्थिति व आय पर विशेष ध्यान दिया गया और कई महत्वपूर्ण योजनाओं को कागज के पन्नो से उतारकर धरातल पर ला क्रियान्वयन किया गया।