Anil Kohli, Shivaji Sonawane, Yashwant Pal, these are one of the many names of the frontline police personnel who have selflessly dedicated their lives to maintain peace and order during this “mahamaari”, and gave their lives chanting one of the many slogans by the police “Zindagi maut na ban jaaye, sambhalo yaaron”.
गाय के नाम पर राजनीति करने वाले शायद यह भूल रहे हैं कि गाय को माता मान कर पूजना इस देश की सभ्यता और संस्कृति में शामिल है यह हमारे देश के संस्कार हैं आधारशिला है वोट बैंक नहीं।
छात्र तो मोहरा भर हैं असली राजनीति तो वे समझ ही नहीं पा रहे। शायद इसीलिए 27 फरवरी को रामजस कालेज के प्रिंसिपल राजेन्द्र प्रसाद छात्रों के बीच खुद पर्चे बाँट रहे थे जिसमें उन्होंने साफ तौर पर लिखा कि देशभक्ति की हवा तले शिक्षा को खत्म न होने दें।