देश में एक नेरैटिव बना दिया गया है और बडे जोर शोर से प्रसार प्रचार किया जाता रहा है कि दीपावाली के अवसर पर पटाखों और आतिशबाजी के प्रयोग से प्रदूषण फैलता है, जिसके कारण हर साल दीपावली से पहले प्रतिबंध लगाने की होड मच जाती हैं।
आप सभी को सचेत किया जाता है कि आने वाले कुछ दिनों में आपके फेसबुक, वाट्सैप अथवा ट्विटर पर वायु प्रदूषण के बढ़ते खतरे को लेकर यूएन के आंकड़े आदि देखने को मिल सकते हैं।