Lets hope all hostility settles down and Tanishq realizes advertising is not a joke. The world is run and manipulated by this industry. It too requires reforms and order.
हर दाग में दो पक्ष होते हैं, एक जो दाग लगाता है और एक जिसको दाग लगता है। लगने व लगाने वाले के मूल्यों, उद्देश्यों, आकांक्षाओं, उत्पत्ति और परिस्थितियों के हिसाब से दाग को परिभाषित किया जाता है।