तीस्ता सीतलवाड के मामले में भी यही अलग विवेक देखने को मिला। जब हाई कोर्ट के अनुसार, क्योंकि तीस्ता पर अनुच्छेद 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज है, जो एक गैर जमानती अपराध है, उसे जमानत नही मिल सकती। मगर सुप्रीम कोर्ट ने उसे तीव्र गति से कुछ ही घंटों के भीतर जमानत दे दी।