जब-जब काम कुछ खास लोगों के मन मुताबिक नहीं हुआ इन लोगों ने संस्थानों को हीं कटघरे में खङा कर दिया। मीडिया भी इस चीज से अछूता नहीं रहा है। मीडिया में भी एक वर्ग ने खुद को इमानदार और बाकी को नए नए(गोदी मीडिया)शब्दों का प्रयोग कर के उनकी पत्रकारीता पर हीं सवाल करते हैं।