अशोक स्तम्भ भले ही मौर्यकाल की निर्मित हो किन्तु उसमें अंकित चित्र व भाव भारतीय संस्कृति की उस धारा के उज्ज्वल आयाम है जो अनादिकाल से अनवरत प्रवाहित है।
262 ईसा पूर्व में अशोक ने कलिंग पर हमला किया था जबकि लघु शिलालेखों से हमें पता है कि अशोक लगभग 2 साल पहले ही बौद्ध धर्म अपना चुका था। इसके अलावा धर्म परिवर्तन करने से एक दशक पहले से उसके बौद्धों के साथ संबंध प्रतीत होते हैं। यह साक्ष्य साबित करता है कि उसका बौद्ध धर्म अपनाना उत्तराधिकार की राजनीति ज्यादा रही होगी, युद्ध की त्रासदी से उपजा पश्चाताप कम।