Saturday, December 14, 2024

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Misinterpreting Hinduism

धर्मो रक्षति रक्षितः, परन्तु कैसे?

नरेन्द्र मोदी एवं अन्य उच्च-स्तरीय नेता जैसे माननीय राजनाथ सिंह, अमित शाह आदि का गर्व के साथ अपनी हिन्दू आत्मता को सार्वजनिक जीवन में रखने से सामान्य हिन्दू को यह आत्मविश्वास एवं साहस मिला कि वह जिन बातों को निजी कक्षों में साथियों और मित्रों के बीच ही कहता था, अब उन्हें अभय होकर कर सड़कों तक पर कह पा रहा है।

वर्ण व्यवस्था के संदर्भ में फैली भ्रांतियाँ

वर्ण शब्द का अर्थ कतई अंग्रेजी के कास्ट (caste) के समान नहीं है, क्योंकि यह जन्म आधारित नहीं वरन् कर्म आधारित है। और इसके अलावा इसमें चुनाव करने की स्वतंत्रता है।

Science in Hinduism 4: Solar System proposed in Hinduism well before Copernicus

Read how our holy books of Hinduism precisely delineate the details of solar system.

Addressing the misinterpretations and distortions of the Vedas

Proving that the Vedas do not contain details of history, tribes, races or skin color.

An explanation of Vedic caste system, Manu Smriti and role of women

The narrative that “caste system is racist/discriminatory” on this basis is nonsense.

An open letter to Karan Thapar

Is Mr. Thaper mistaken in understanding Mohan Bhagwat's speech or his hidden agendas not allowing him to see the limpid truth?

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