वर्तमान की भाजपा के संगठन को देखे तो यह अतीत की कांग्रेस वाले लोकतंत्र को अपनाये हुए प्रत्येक कार्यकर्ता का सम्मान करती है, इसी का परिणाम है कि मामूली से मामूली कार्यकर्ता भी मोदी जी की तरह प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखता है और चुनावो में इसका परिणाम भी प्रतीत होता है।
If only, Mahatama Gandhi and Jawahar Lal Nehru would have read and understood Indian scriptures more accurately, perhaps India would not have been facing this crisis today. Not fighting for 'Dharma' is same as perpetuating 'Adharma'.
Rajiv Gandhi was the leader of the most corrupt and incompetent government that India has ever seen. This is a reality and no, saying the same, does not amount to disrespecting the dead.