LGBTQ+ समुदाय और उनके सदस्यों को की स्वीकृति हजारों वर्षों से मुख्य धार्मिक शास्त्रों में पाई जाती है। 'धर्मशास्त्र' - जैसे कि 'मनु स्मृति' - और 'काम सूत्र' में विभिन्न लिंगों के लोगों का अस्तित्व और एक ही लिंग के सदस्यों के बीच संबंधों अभिलेखित हैं।लिंग और समान यौन संबंधों के लिए संस्कृत शब्दकोश में 70 विभिन्न शब्द हैं।
The ‘Dharmashastras’ (codes of law) - including the ‘Manu Smriti’ - and the ‘Kāma Sutra’ (treatise of sensual desires) mention the existence of people of various genders and record relations between members of the same-sex.