समन्वय एवं सेवाभाव से जुटकर, प्रत्येक अभाव को अपने संभव प्रयास से दूर करके, समाधान की ओर बढ़ना एवं संयम, मनोबल के साथ अनुशासन व परस्पर सहयोग की भावना रखना, इन सभी से ही हम इस भीषण परिस्थिति से उभर कर पुनः एक खुशहाल एवं स्वस्थ जीवन शैली की ओर बढ़ सकते हैं।