आज जो अफ्रीकन अपनी संस्कृति छोड़ कर धर्मपरिवर्तन कर के इसाई बन गए हैं और रंगभेद का विरोध कर रहे हैं उन्हें तो सबसे पहले इसाई धर्म छोड़ देना चाहिए, क्यूंकि वे वही बाइबल और चर्च को मान रहे हैं जिसमे सीधे तौर पे कहा गया है की गोरे लोग ही पवित्र है और काले लोग अपवित्र हैं और उन्हें गुलामी करने के लिए ही बनाया गया है।