यह विडम्बना ही है कि केन्द्रीय बैंक यानि रिजर्व बैंक में सभी पदाधिकारी चाहे वो अधिकारी हों या डायरेक्टर सभी की विद्वता में कहीं भी किसी भी प्रकार की कमी नहीं हैं। फिर भी कुछ ऐसे मसले हैं जिस पर बार बार अवगत कराने के बावजूद वे लोग किसी भी प्रकार का सुधार करते नजर नहीं आ रहे हैं।
कांग्रेस और दूसरी मोदी विरोधी पार्टियों के जबरदस्त विरोध और दुष्प्रचार के बाबजूद २०१९ के लोकसभा चुनावों में मोदी जी कम से कम ३०० सीटों के साथ वापसी करने वाले हैं.
Bankers are attempting to cover up corruption by tagging it as a legitimate commercial failure, thinking that spreading canards using PR firms can help creating pressure on the government.