ये एक ऐसा सवाल है जो चुनाव ख़त्म होने के बाद अगले पांच साल हम जरुर पूछते है पर जब वोट डालने का समय आता है तब हम बिहार को भूल कर जातिवाद जैसे विभाजनकारी मानसिकता को चुन लेते है। इस मानसिकता को बदले बिना हम बिहार के विकास की कल्पना भी नहीं कर सकते।
The article uses feminism as a shield to insult Bihari culture and society. These people shout 'black lives matter' but have a racist attitude towards Biharis, or maybe special dislike towards the entire cow-belt India's culture