अलीगढ़ में कुछ ऐसे ही घटनाओं के बारे में पता चला जो दिल्ली और कैराना जैसी ही थी। इनके अलावा न जाने कितनी जगहों पर यह काम चल रहा होगा यह भी सोचनीय विषय है क्योंकि ये घटनाएं भी मीडिया और सोशल मीडिया पर सालों बाद आईं। ऐसे में एक फ़िल्म बनाकर इसपर प्रकाश डालते हुए इस विषय मे हिंदुओ को सतर्क करना चाहिए क्योंकि जो कश्मीर में हुआ वो हो सकता है नहीं - होना शुरू हो चुका है।