आज भारतीय जनता पार्टी की स्थापना को 42 वर्ष पूर्ण हो गए हैं, तथा, कम से कम फिलहाल तो राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का कोई “उचित विकल्प” जनमानस को सुहाता नहीं दिख रहा है.
अब आगे क्या? सरकारों द्वारा नागरिकों की सुरक्षा की दृष्टि से लगाए गए ‘प्रतिबन्ध’, जाहिर तौर पर ‘नियंत्रण’ में बदल जायेंगे और इसी कड़ी में सरकार को हमेशा आड़े हाथों लेने वाले मानवाधिकार संगठनों में तेज हलचल पैदा होगी तथा वे सरकार के प्रति और अधिक मुखर हो उठेंगे.
स्पष्ट है कि नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का दायरा काफी विस्तृत है और इसमें निहित शैक्षणिक आयामों और उपागमों में ज्ञान के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपनाया गया है. साथ ही हमें उम्मीद है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 हमारे देश के शैक्षणिक सुधारों और बौद्धिक विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी.