वर्तमान में नई दिल्ली में, एमओपीएण्डजी मंत्रालय के अधीन सरकारी उपक्रम में 'राजभाषा अधिकारी' के पद पर तैनात हैं। कविताएं, कहानियाँ क्षेत्रीय अखबारों एवं पत्र-पत्रिकाओं में समय-समय पर प्रकाशित होती रही हैं। पत्रकारिता एवं संपादन के क्षेत्र में खेतेश्वर संदेश नामक मासिक पत्रिका का प्रकाशन किया। विभिन्न संगठनों / हिंदी सेवा समितियों के साथ राजभाषा हिंदी प्रचार प्रसार के कार्यों से जुड़े हैं। प्रतिलिपि, वाटपेड एवं जुगरनट जैसे आनलाइन हिंदी पुस्तक प्रकाशन मंचों पर उनकी रचनाओं/कहानियों का एक बहुत बड़ा पाठक वर्ग है। दो पुस्तकें हिंदी कहानी संग्रह आत्माऍं बोल सकती हैं तथा एक कविता संग्रह प्रकाशित।