विपक्ष के नेता पिछले ३ सालों के मोदी सरकार के सफल कार्यकाल से इस कदर बेहाल नज़र आ रहे हैं कि अब उन्हें "नकली दलित छात्र" की तर्ज़ पर "नकली किसान" भी बनाने पड़ रहे हैं.
सरकार को बने हुए ३ साल हो चुके हैं, लेकिन ऐसा कोई कदम मोदी सरकार ने नहीं उठाया है, जिसे देखकर यह लगे कि मोदी सरकार देशद्रोहियों को दण्डित करने के लिए गंभीर है.
मोदी सरकार विकास के रास्ते पर सरपट दौड़ी जा रही है और विपक्ष अपनी गलतियों से कोई सबक लिये बिना महाविनाश के रास्ते पर उससे भी ज्यादा तेजी के साथ दौड़ लगा रहा है.
पिछली सरकारों की बेहद गलत और भेदभावपूर्ण जनसँख्या नीतियों का यह नतीजा है कि देश में जहां एक तरफ तो आबादी में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है, वहीं दूसरी तरफ बहुसंख्यकों की आबादी में कमी आयी है.