बुद्ध एक समाज सुधारक की तरह थे, इसलिए उन्होंने अपने सबसे बड़े सिद्धांत को आर्य सत्य कहा है. वो भारत को पुन: उसकी आत्मा से मिलवाने आये थे. कालांतर में जब बौद्धों ने धर्म (रिलिजन वाला नहीं, सत्य और कर्तव्य वाला) का त्याग किया तो शंकराचार्य जी ने आकर हमारा मार्गदर्शन किया.