हमारे देश का विपक्ष रचनात्मक और नैदानात्मक राजनीति करने के वजाय अवरोध और प्रतिरोध की राजनीति कर रहा है जो कि किसी देश के शासन को तानाशाही में बदल सकता है।
फिर से अपनी विचारधारा और एजेंडों को खाद पानी देने वाली सरकार आएगी..जिसमें उनकी लाल सलाम ब्रिगेड भी शायद जोंक की तरह पीठ पर चिपक कर सरकार में जाए जिसके बाद शायद उन्हें इनाम के रुप में मंत्री या राज्यसभा की सीट मिल जाए.