पत्रकार कोई जादूगर तो नहीं होते की गायब हो जाए, उनका भी परिवार होता है और उनकी भी भावनाएं होती है। वह पत्रकार इसीलिए बना की वह सच की आवाज को उठा सके और गांव और समाज की हालत को सुधार सके। गांव के पत्रकारों में ही ईमानदारी शेष है वो भी राजनीति में दब जाते है।