रियाज़ टेलर का बेटा था। टेलर का बेटा तो हमारे भी गांव में है। लेकिन वह तो आतंकी नहीं बना। उसकी भूख ने तो उसे हथियार उठाने के लिए मजबूर नहीं किया। वह क्यों पढ़लिखकर आईएएस बना।
मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक वैचारिक आतंकवाद अपनी चरम सीमा पर हैं हमले के तुरंत बाद तथाकथित बुद्धिजीवियों ने सोशल मीडिया में ऐसा बहुत कुछ लिखा जिसे यह स्पष्ट हैं कि वह हमले पर जश्न मना रहे हैं। देश को पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक करने से पहले अंदरूनी सर्जरी की जरूरत हैं जिससे इन जैसो का इलाज हो सके।