दंगाइयों के लिये आजकल CAA उत्पात मचाने का एक नया बहाना बना हुआ है, कभी यूपी, कभी बिहार, कभी दिल्ली ये दंगाई पूरे देश में अपना छाप छोड़ रहे हैं, दंगो के नाम पर इनके द्वारा किए गए कुकृत्य को देश चाह कर भी नहीं भूल पा रहा है।
दंगो के नाम पर तोड़फोड़, बसों को जलाना, गाड़ियों में आग लगा देना, दुकानें लूट लेना, सरकारी और गैर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाना ये सब इनके लिए दाएं हाथ का खेल हो चुका है जिसे ये जब चाहे कर सकते हैं और हर बार अलग अलग बनाना ढूंढ लेना भी इनका एक पेशा हो चुका है और आजकल इनके लिए एक बहाना CAA है।
अभी हाल ही में 19 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश में मुस्लिम समुदाय और लेफ्ट लिबरलो ने उत्पात मचाकर करोड़ों की सम्पत्ति को बर्बाद किया और लूट कर ले गए, हालांकि उन्हें लगा होगा कि इसबार भी हर बार की तरह सम्पति पर उनका मालिकाना हक है वे चाहें तो लूट ले या बर्बाद कर दें।
लेकिन इसबार ऐसा नहीं हुआ और उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले सभी सरकारों से हटकर एक ऐसा नायाब तरीका ढूंढा जिससे कि सारे दंगाई अब सदमें में हैं और वो तरीका है कि ‘दंगों में बर्बाद हुए सम्पति की क़ीमत हर्जाने के रूप में दंगाइयों से ही वसूल करना’ और इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने दंगों में शामिल सभी लोगों को चिन्हित कर उनके पास नोटिस भेज चुकी है जिसे तय समय तक भरा जाना है।
अभी हाल ही में लखनऊ में अलग अलग जगहों पर बोर्ड लगाकर सरकार ने उन दंगाइयों से जुर्माना वसूलने की अपील की है अन्यथा उनकी सम्पति भी कुर्क की जाएगी। हालांकि इन लेफ्ट लिबरलो का ऐसा तंत्र है कि ये इतनी आसानी से इसे नहीं मानेंगे और हर तरह के दावं पेच अपनाएंगे।
लेकिन फिर भी आप यकीन करिए की ऐसा शिकंजा है कि आगे से वे कभी भी दंगा भड़काने या ऐसा सोचने से भी परहेज करेंगे। जिसके लिए हमें उत्तर प्रदेश सरकार का धन्यवाद कहना चाहिए।