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dr neelam mahendra
विश्व बैंक रिपोर्ट एक ठंडी हवा का झोंका बनकर आई है
वर्ल्ड बैंक की "ईज आफ डूइंग बिजनेस" रैंकिंग की ताजा रिपोर्ट में भारत ने अभूतपूर्व 30 अंकों की उछाल दर्ज की है, जिसे कांग्रेस फिक्सड कह रही है।
गुजरात चुनाव परीक्षा आखिर किसकी
राहुल गाँधी राज्य में जिस प्रकार जाति आधारित राजनीति करने में लगे हैं उससे यह कहना गलत नहीं होगा कि असली परीक्षा मोदी की नहीं गुजरात के लोगों की है।
सरकार की प्रथम जबाबदेही जनता के प्रति है लोकसेवकों के प्रति नहीं
राजस्थान सरकार के एक ताजा अध्यादेश ने लोकतंत्र की परिभाषा की धज्जियां उड़ाने की एक असफल कोशिश की।
क्यों न दिवाली कुछ ऐसे मनायें
इस बार दीवाली पर हम किसी रूठे हुए अपने को मनाकर या फिर किसी अपने से अपनी नाराजगी खुद ही भुलाकर खुशियाँ के साथ मनाएँ।
न जयप्रकाश आंदोलन कुछ कर पाया न ही अन्ना आंदोलन
क्या हमारे देश के नेताओं और सरकारी विभागों में एक लाल बत्ती ही है जो उन्हें 'अतिविशिष्ठ' होने का दर्जा या एहसास देती है?
साहब भारत इसी तरह तो चलता है – राहुल गांधी के मन की बात
राहुल गांधी की बात अटपटी लगती हो, पस सही भी है।
आजादी आपनी सोच में लायें
जिस दिन हम भारत को उसकी खोई हुई अखंडता लौटा देंगे उस दिन हमारी ओर से हमारे वीरों को सच्चे श्रद्धांजलि अर्पित होगी।
कश्मीर में शान्ति बहाली ही शहीदों को सच्ची श्रधांजलि होगी
जिस दिन कश्मीर की वादियाँ फिर से केसर की खेती से लहलहाते हुए खेतों से खिलखिलाएँगी, उस दिन कारगिल शहीदों को हमारे देश की ओर से सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
विरोध का गिरता स्तर: गोवध
गाय के नाम पर राजनीति करने वाले शायद यह भूल रहे हैं कि गाय को माता मान कर पूजना इस देश की सभ्यता और संस्कृति में शामिल है यह हमारे देश के संस्कार हैं आधारशिला है वोट बैंक नहीं।