Rahul Raj

Poet. Engineer. Story Teller. Social Media Observer. Started Bhak Sala on facebook

मोदी के चरखा छूते ही लोगों को गाँधी और खादी याद आने लगा

क्या जहाँ जहाँ गाँधी का ब्रांड लग गया, वहां गाँधी की जगह किसी और को एम्बेसडर नहीं बनाया जा सकता?

राष्ट्रवाद के नाम पर कहीं हम राष्ट्रवाद का ओवरडोज़ तो नहीं ले रहे हैं

सुषमा स्वराज ने आवेग में Amazon को खुलेआम धमकी देकर जय जयकार तो बटोर लिया, लेकिन उन्होंने कुछ वैसे लोगों को राष्ट्रवाद के नाम…

जब दिल्ली कचड़ों में सड़ रहा है, केजरीवाल ट्विटर पर मोदी और उनकी माँ पर चुटकुले लिख रहे हैं

किसी राज्य में ग़रीब किसान मरता है तो केजरीवाल दिन भर ट्वीट करते हैं, कहीं किसी ग़रीब को demonetisation के चलते खड़ा होना पड़ता…

जब लोग ओम पुरी को पाकिस्तानी बोलते हैं तो मुझे गुस्सा क्यों आता है

हम ओम पूरी जैसे कलाकारों को पाकिस्तानी बोल बोलकर हर उस पगले कलाकार की आवाज़ दबा देते हैं जो एक अलग परिपेक्ष्य की सम्भावना…

केजरीवाल ने जादुई छलनी से देख कर राजेंद्र कुमार को ईमानदार बना दिया

क्या केजरीवाल कहना चाह रहे हैं कि अगर तमिलनाडु, बंगाल या दिल्ली का प्रमुख सचिव भ्रष्ट हो, तो उन्हें माफ़ कर दिया जाए ?

बैंगलुरु जैसी वारदात हमें एक दूसरे पर कीचड़ उछालने का बहाना दे देती है

बैंगलुरु जैसी घटना हमारे समाज के खोखलापन को उजागर कर देती है