गणतंत्र
अन्याय है कहीं न्याय नहीं, ब्रिटिशर्स के बोएं बीजों में फिर तिरंगा लहराओगे, खुद को राष्ट्र भक्त कहकर, भारत माँ पर अधिकार भी जमाओगे,…
27 January 2023
अन्याय है कहीं न्याय नहीं, ब्रिटिशर्स के बोएं बीजों में फिर तिरंगा लहराओगे, खुद को राष्ट्र भक्त कहकर, भारत माँ पर अधिकार भी जमाओगे,…
हार जीत का सबसे ज्यादा फर्क; उसको ही पड़ता है. नेता आते हैं जाते; कार्यकर्ता वहीं रह जाता है.
अगर राइट विंग वाले भूल जाएँगे की प्रेस की आज़ादी के लिए सिर्फ़ वामपंथी ही रो सकते हैं, तो हम आपको याद दिलाते रहेंगे,…
गरीब मजदूरों को अपने राज्य से भगाने और केंद्र पर बेवजह के आरोपों तथा अन्य समकालीन घटनाओं पर लिखित एक गजल।
The Gaddya and Paddya of Hindi is divided in six ‘Yugas’ or Eras.
काका हाथरसी की रचनाएं आज के दौर में भी कई नेताओं पे फ़िट बैठती हैं