अंकिता कोई पहली लड़की नहीं है जिसको उसके किए का परिणाम भुगतना पड़ा है। हम हिंदूवादियों के लाख प्रचार के बाद भी आए दिन अखबार में छपी घटनाओं के बावजूद भी लड़कियां खुद ही गंदे नाले में नहाने को आतुर रहती हैं और गंगाजल समान पवित्र बातें उनको विष के समान मालूम पड़ती हैं।