वैसे तो साम्यवाद को भारत में वीजा ऑन अराइवल मिल गया था लेकिन फॉर्म भरते टाइम धर्म वाला कॉलम मिस हो गयाI सच बोलूं तो धर्म-लेस इंडिया वाला कॉन्सेप्ट यहां कुछ जमा नहींI हालांकि साम्यवाद का थोड़ा भारतीयकरण हो जाता तो सामाजिक स्वीकृति थोड़ी ज्यादा होती शायदI