सवाल राष्ट्रीयकरण या निजीकरण का नहीं है
बैंकिंग ग्राहक पे एहसान नहीं सेवा है.
5 March 2021
हमारे देश में जिसे भगवान का दर्जा दे दो वही सिर पर से मूतने लगता है, पहले डॉक्टर, न्यायाधीश को भगवान/माईबाप बोलते थे, आज…
अर्णव गोस्वामी पे चुप रहने वालों याद रखना इस देश में चुप्पी तो भीष्म की भी माफ़ नहीं करी गयी थी