ashish0831

सवाल राष्ट्रीयकरण या निजीकरण का नहीं है

बैंकिंग ग्राहक पे एहसान नहीं सेवा है.

किसान होना एक व्यवसाय है, समाजसेवा नहीं

हमारे देश में जिसे भगवान का दर्जा दे दो वही सिर पर से मूतने लगता है, पहले डॉक्टर, न्यायाधीश को भगवान/माईबाप बोलते थे, आज…

इस देश में चुप्पी तो भीष्म की भी माफ़ नहीं करी गयी थी

अर्णव गोस्वामी पे चुप रहने वालों याद रखना इस देश में चुप्पी तो भीष्म की भी माफ़ नहीं करी गयी थी