डॉ नीलम महेंद्र

क्या भंसाली निर्दोष हैं?

करणी सेना द्वारा देश भर में इस प्रकार की हिंसा किसी भी प्रकार से उचित नहीं ठहराई जा सकती लेकिन क्या भंसाली निर्दोष हैं?

डूबते सूरज की बिदाई नव-वर्ष का स्वागत कैसे

आज पाश्चात्य सभ्यता का अनुसरण करते हुए जाने अनजाने हम अपनी संस्कृति की जड़ों और परम्पराओं की डोर को काट कर किस दिशा में…

विश्व बैंक रिपोर्ट एक ठंडी हवा का झोंका बनकर आई है

वर्ल्ड बैंक की "ईज आफ डूइंग बिजनेस" रैंकिंग की ताजा रिपोर्ट में भारत ने अभूतपूर्व 30 अंकों की उछाल दर्ज की है, जिसे कांग्रेस…

गुजरात चुनाव परीक्षा आखिर किसकी

राहुल गाँधी राज्य में जिस प्रकार जाति आधारित राजनीति करने में लगे हैं उससे यह कहना गलत नहीं होगा कि असली परीक्षा मोदी की नहीं…

सरकार की प्रथम जबाबदेही जनता के प्रति है लोकसेवकों के प्रति नहीं

राजस्थान सरकार के एक ताजा अध्यादेश ने लोकतंत्र की परिभाषा की धज्जियां उड़ाने की एक असफल कोशिश की।

क्यों न दिवाली कुछ ऐसे मनायें

इस बार दीवाली पर हम किसी रूठे हुए अपने को मनाकर या फिर किसी अपने से अपनी नाराजगी खुद ही भुलाकर खुशियाँ के साथ मनाएँ।

न जयप्रकाश आंदोलन कुछ कर पाया न ही अन्ना आंदोलन

क्या हमारे देश के नेताओं और सरकारी विभागों में एक लाल बत्ती ही है जो उन्हें 'अतिविशिष्ठ' होने का दर्जा या एहसास देती है?

जागरूक जनता ही करेगी स्वच्छ भारत का निर्माण

जब देश को अस्वच्छ करने वाले हर क्षेत्र पर सुनियोजित तरीके से आक्रमण किया जाएगा तो वो दिन दूर नहीं जब स्वच्छ भारत का…

क्यों ना हम पहले आपने अन्दर के रावण को मारें

अगर हमें रावण का सच में नाश करना है तो हमें उसे ही जलाना होगा उसके प्रतीक को नहीं। वो रावण जो हमारे ही…

साहब भारत इसी तरह तो चलता है – राहुल गांधी के मन की बात

राहुल गांधी की बात अटपटी लगती हो, पस सही भी है।