Literature Review

समीक्षा: प्रेमचंद की छिपी हुई कहानी ‘जिहाद’ की

आत्मगौरव, निजधर्म के सम्मान में वह मुसलमान हो जाने के स्थान पर मृत्यु को वरीयता देता है और जिहादियों के हाथों मारा जाता है।…