kavita

महाराष्ट्र में मजदूरों की मृत्यु और माननीयों की राजनीति पर लिखी एक ग़ज़ल

गरीब मजदूरों को अपने राज्य से भगाने और केंद्र पर बेवजह के आरोपों तथा अन्य समकालीन घटनाओं पर लिखित एक गजल।

उरी का प्रतिशोध – एक कविता

एक गूँज उठी उस रात में, हाहाकार मची चारों ओर, जब अश्वथामा आया चुपके से, ले हाथ तलवार बिना शोर...